केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान अब नही रहे ,दिल्ली के अस्पताल में ली अंतिम सांस
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक व केंद्र सरकार में मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) नहीं रहे। गुरुवार की शाम उन्होंने दिल्ली के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। राम विलास पासवान के निधन की पुष्टि एलजेपी के अध्यक्ष व उनके बेटे चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कर दी है।उन्होंने कहा कि पापा…अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं.
रामविलास पासवान ने ही सन 2000 में लोक जनशक्ति पार्टी की स्थापना की थी। बीते कुछ समय से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। करीब एक सप्ताह पहले अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण उनके दिल का ऑपरेशन करना पड़ा था। इसके बाद आज रात उन्होंने आखिरी सांस ली।
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केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का निधन, 74 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
राम वि लास पासवान को राजनीति का बड़ा मौसम वैज्ञानिक माना जाता था। सरकार किसी की भी रही, राम विलास पासवान हमेशा सत्ता में रहे। खास बात यह रही कि उन्होंने हमेशा चुनाव के पहले गठबंधन किया,चुनाव के बाद कभी नहीं।
5 जुलाई 1946 को जन्मे रामविलास पासवान लगातार नौ बार लोक सभा के सांसद बने. 1977 के चुनाव में बिहार के हाजीपुर से उन्होंने रिकॉर्ड साढ़े पांच लाख मतों से अधिक वोटों से चुनाव जीता था. उस रिकॉर्ड को लंबे समय तक कोई तोड़ नहीं पाया.
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में उपभोक्ता मामलों तथा खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
इस पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि रामविलास पासवान जी के असमय निधन का समाचार दुखद है. ग़रीब-दलित वर्ग ने आज अपनी एक बुलंद राजनैतिक आवाज़ खो दी. उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएँ.
लालू यादव ने भी ट्वीट कर कहा कि रामबिलास भाई के असामयिक निधन का दुःखद समाचार सुन अति मर्माहत हूँ. विगत 45 वर्षों का अटूट रिश्ता और उनके संग लड़ी तमाम सामाजिक, राजनीतिक लड़ाइयाँ आँखों में तैर रही है. रामबिलास भाई, आप जल्दी चले गए. इससे ज़्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूँ.