World Alzheimer’s Day 2023: क्या होता है अल्जाइमर रोग ? क्या है इसके कारण व लक्षण
World Alzheimer’s Day 2023 :आज अल्जाइमर डे है ,ऐसे में हम सभी को अल्जाइमर रोग के बारे में पता होना चाहिए कि आखिर ये अल्जाइमर रोग क्या है ,कैसे जाने कि आपको भी अल्जाइमर हुआ है कि नही ,तो चलिए जानते है इसके लक्षण व बचाव के बारे में |
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International Alzheimer’s Day 2023: अल्जाइमर एक दिमागी बीमारी है. इसमें दिमाग की कोशिकाएं सिकुड़ने लग जाती हैं और दिमाग अपना काम ठीक से नहीं कर पाता. अल्जाइमर से पीडि़त मरीजों को कोई भी डिसीजन लेने, चीजों को समझने और याद करने में काफी परेशानी होती है.
अल्जाइमर रोग को कैसे पहचाने ?जाने लक्षण व बचाव
World Alzheimer’s Day 2023 : भूलना आजकल के समय में सामान्य समस्या है. दिनभर में एक साथ हम सब इतने सारे कामों में व्यस्त रहते हैं कि कई छोटी-छोटी बातें भूल जाते हैं. लेकिन अगर कोई शख्स अपने परिवारीजनों को ही भूल जाए तो क्या होगा? ये कल्पना ही कितनी भयानक है, तो जरा सोचिए कि जब ये स्थिति किसी के सामने आती होगी तो उसका क्या होता होगा? दरअसल इस तरह के लक्षण ही अल्जाइमर के मरीजों के सामने आते हैं. अल्जाइमर (Alzheimer) एक न्यूरोलॉजिक डिसऑर्डर है.
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इसमें दिमाग की कोशिकाएं सिकुड़ने लग जाती हैं और दिमाग अपना काम ठीक से नहीं कर पाता. अल्जाइमर से पीडि़त मरीजों को कोई भी डिसीजन लेने, चीजों को समझने और याद करने में काफी परेशानी होती है. स्थिति गंभीर होने पर व्यक्ति उन बातों को भी भूलने लगता है, जिन्हें वो सालों से करने का आदी है और धीरे धीरे दूसरों पर निर्भर होता चला जाता है. इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस (World Alzheimer’s Day 2023) मनाया जाता है.
अल्जाइमर रोग के कारण व लक्षण क्या हैं?
सेल्स का डैमेज होना-
अल्जाइमर रोग के शुरुआत किन कारणों से होती है, इसका सटी पता लगाना तो मुश्किल है, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो दो प्रोटीन नर्व सेल्स को डैमेज कर देती हैं, ऐसे में अल्जाइमर जन्म लेता है. ये दो नाम बीटा-एमिलॉइड और ताऊ हैं. बीटा-एमिलॉइड प्रोटीन के टुकड़े बनते हैं, जिन्हें प्लाक कहा जाता है. वहीं ताऊ के मुड़े हुए रेशों को टैंगल्स कहते हैं. अल्जाइमर रोगियों के मस्तिष्क में उलझी संरचनाओं में ताऊ प्रोटीन के रूप में पाया जाता है. यह संवाद करने के लिए जिम्मेदार न्यूरोंस की क्षमता में रुकावट डालता है.
पारिवारिक इतिहास-
अल्जाइमर की समस्या हमें अपने परिवार से भी मिल सकती है. यदि आपके परिवार में पहले कोई अल्जाइमर से पीड़ित रहा है तो यह संभव है कि आपको भी इसका सामना करना पड़े. इसमें आपके जीन या आनुवंशिकी की बहत अहम भूमिका निभाते हैं.
पर्यावरणीय कारक-
पर्यावरणीय कारक भी अल्जाइमर रोग को बढ़ावा दे सकते हैं. इन कारकों में सिर में चोट लगना, डायबिटीज, हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल, स्मोकिंग, गतिहीन जीवनशैली, शिक्षा में कमी आदि चीजें शामिल हैं.
खराब नींद-
नींद मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. नींद की कमी या खराब गुणवत्ता वाली नींद कॉगनेटिव डिक्लाइन और अल्जाइमर रोग के जोखिम को बढ़ाती है. खराब नींद की वजह से दिमाग पर अधिक प्रेशर पड़ता है जिससे मांसपेशियों पर भी प्रभाव पड़ता है और इंसान धीरे धीरे चीजें भूलने लगता है.
खराब लाइफस्टाइल-
World Alzheimer’s Day 2023 :आज के समय में खराब लाइफस्टाइल कई परेशानियों को जन्म देती है. इन्हीं में से एक हैं अल्जाइमर. खराब लाइफस्टाइल और शारीरिक गतिविधि की कमी अल्जाइमर को बढ़ावा देती है.मस्तिष्क में ब्लड फ्लो में सुधार, नई मस्तिष्क कोशिकाओं के विकास के लिए नियमित शारीरिक गतिविधि में पार्टीसिपेट करना बेहद जरूरी होता है.
अल्जाइमर रोग से बचाव के लिए क्या करें
- इस खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए शुरू से ही लाइफस्टाइल को लेकर अलर्ट रहें. खानपान बेहतर रखें.
- फिजिकली फिट रखने के लिए योग, प्राणायाम और एक्सरसाइज करें.
- शराब, स्मोकिंग जैसी आदतों को गुडबाय बोल दें.
- म्यूजिक सुनें या वो काम करें जो आपको पसंद आएं. वो गेम्स खेलें जिसमें मेंटल एक्सरसाइज होती रहे.
- उन लोगों के साथ समय गुजारें जिनके साथ आपको अच्छा लगे. अपने मन की बात को लोगों के साथ शेयर करें.
अल्जाइमर दिवस मनाने का उद्देश्य
World Alzheimer’s Day 2023 :अल्जाइमर रोग की रोकथाम और निदान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस मनाया जाता है. अल्जाइमर मनोभ्रंश का सबसे आम कारण है, स्मृति हानि और अन्य संज्ञानात्मक क्षमताओं के लिए एक सामान्य शब्द जो दैनिक जीवन में हस्तक्षेप करने के लिए गंभीर है. 60-80% मामलों में अल्जाइमर रोग होता है. अल्जाइमर उम्र बढ़ने का सामान्य हिस्सा नहीं है. सबसे बड़ा ज्ञात जोखिम कारक बढ़ती उम्र है और अल्जाइमर से पीड़ित अधिकांश लोग 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं. अल्जाइमर रोग को कम उम्र में शुरू होने वाला अल्जाइमर माना जाता है अगर यह 65 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को प्रभावित करता है. कम उम्र में अल्जाइमर से पीड़ित लोग बीमारी के प्रारंभिक, मध्य या अंतिम चरण में हो सकते हैं.