ज्योति कुमारी हत्याकांड :ज्योति पासवान हत्याकांड की खबर की सच्चाई जाने पूरी खबर
कल सुबह से ही सोशल मीडिया फेसबुक,व्हात्सप्प पर लोग ज्योति कुमारी की जगह साइकिल गर्ल के नाम से मशहूर ज्योति पासवान की तस्वीर शेयर कर रहे हैं,जिसमें लोग कह रहे हैं कि उनकी रेप करके हत्या कर दी गयी है ,जब कि ऐसा नही है ,आज हम जानेंगे इस खबर की सच्चाई ,कि ज्योति कुमारी हत्या कांड की वायरल खबर कितना सच है और कितना झूठ ?
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क्या सच में ये वही ज्योति है जो लॉक डाउन के दौरान अपने पिता को साईकिल से गुडगाँव दरभंगा लेकर आयी थी ?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर में जिसे लोग साईकिल गर्ल बता रहे है ,वो साईकिल गर्ल ज्योति पासवान नही है ,बल्कि ज्योति कुमारी है,जो अपने गाँव के ही बगीचे में आम चुनने गयी थी ,बगीचे के मालिक सेना के रिटायर्ड अर्जुन मिश्रा को ये बात सहन न हुई ,उसने ज्योति कुमारी के साथ मारपीट की, फिर उसका रेप करके गला दबाकर हत्या कर दी,और लाश को नेनुआ की झाड से ढक दिया ,ताकि इस बात की खबर किसी को न हो .
अब यही तस्वीर खीचकर किसी ने सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी ,जिसमे बताया गया गया कि ये वही लड़की जो तीन महीने पहले लॉक डाउन के दौरान अपने पिता को साईकिल पर बैठाकर गुडगाव से दरभंगा की दूरी जोकि लगभग 1200 किमी है 7 दिनों के अन्दर तय की थी .तब से ये तस्वीर सोशल मीडिया पर आग की तरह फ़ैल रही है ,कुछ लोग सही खबर को भी बता रहे है कि ये वो लड़की नही है ,
सोशल मीडिया पर इस घटना के बारे में लगातार कहा जा रहा है कि पीड़िता वही ज्योति कुमारी है, जो अपने बीमार पिता को दिल्ली से दरभंगा साइकिल पर बैठाकर ले गयी थी। यह भी दावा किया जा रहा था कि ज्योति कुमारी का नृशंस तरीके से रेप कर हत्या की गयी है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर लगातार #ज्योति_पासवान_1 #Justice_for_jyoti ट्रेंड करवाया जा रहा था, वो भी बिना तथ्यों को परखे और जाने।
कुछ लोग ये भी कह रहे है ,लड़की चाहे ज्योति कुमारी हो या ज्योति पासवान हो इन्साफ तो मिलना चाहिए,और ये बात सही भी है ,जिसने जुर्म किया है उसे सजा तो मिलनी चाहिए ,चलिए अब बात कर लेते है कि साईकिल गर्ल ज्योति पासवान कौन कौन है ?
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जाने कौन है ज्योति पासवान,इसे साईकिल गर्ल के नाम से क्यों जाना जाता है
जब कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते देशभर में लॉकडाउन (Lockdown) चल रहा था , लॉकडाउन के चलते अपना राज्य छोड़कर अन्य राज्यों में काम करने वाले मजदूर वहीं फंस गए हैं। हालांकि सरकार ने मजदूरों को उनके गृह राज्य में वापसी के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेनें चलवाई हैं। लेकिन फिर भी कई प्रवासी मजदूर पैदल चलकर या साइकिल चलाकर अपने घर पहुंच रहे हैं। इस दौरान बिहार के दरभंगा से एक ऐसा केस सामने आया है, जिसमें 13 साल की बेटी ज्योति कुमारी ने रिकॉर्ड एक हजार किमी से ज्यादा तक का सफर अपने पिता को साइकिल पर बिठाकर घर पहुंच कर पूरा किया है।
ज्योति अपने पिता मोहन पासवान को साइकिल पर बिठा कर हरियाणा के गुरुग्राम से अपने घर दरभंगा के लिए निकली। इस दौरान रास्ते में कई तरह की परेशानियां हुईं लेकिन हर बाधा को ज्योति बिना हिम्मत हारे पार करती गई। कई बार ज्योति को खाना भी नहीं मिला। रास्ते में कहीं किसी ने पानी पिलाया तो कहीं किसी ने खाना खिलाया। लेकिन ज्योति ने हिम्मत नहीं हारी।
दरभंगा पहुंची ज्योति ने बताया कि पिता गुरुग्राम में किराए पर ई-रिक्शा चलाने का काम करते हैं। कुछ महीने पहले उनका एक्सिडेंट हो गया था। जिससे उनकी तबीयत खराब रहने लगी। इसी बीच कोरोना की वजह से लॉकडाउन लागू हो गया। अब ई-रिक्शा नहीं चल रहा था, जिससे कमाई ठप हो गई, वहीं ई-रिक्शा मालिक किराए के पैसे देने के लिए दबाब बनाने लगा था। वहीं मकान मालिक रूम छोड़ने के लिए कहने लगा।
ज्योति पासवान ने न्यूज़ वालो से बताया था ट्रक वाले ने मांगे थे दोनों के 6 हजार रुपये ,ज्योति ने बताया कि पापा के पास 6 हजार रुपए भी नहीं थे। इसलिए उसने साइकिल से घर आने का फैसला लिया। पापा ने भी साथ दिया। साइकिल से गुरुग्राम से दरंभगा की लंबी यात्रा बहुत कठिन थी। बावजूद इसके हमारे पास कोई दूसरा चारा नहीं था।
ज्योति ने बताया कि उसने पापा को साइकिल पर बैठा कर 10 मई को गुरुग्राम से चलना शुरू किया और इस शनिवार 16 की शाम में घर पहुंची। इस दौरान उसे बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा तो कुछ लोगों ने मदद भी की।
इस 13 साल की बेटी ज्योति पासवान ने टीवी न्यूज़ चैनल,Youtube Channel,Twitter,Facebook,अखबार पर साईकिल गर्ल नाम से मशहूर हो चुकी थी ,लोग भी अपने अपने तरीके से इसे शाबासी देना शुरू किया था .