बच्चों की छात्रवृत्ति कब आएगी 2023 2024
बच्चों की छात्रवृत्ति कब आएगी 2023 2024 UP,बच्चों की स्कालरशिप कब आएगी 2023,बच्चो को वजीफा कब मिलेगा
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अगर आप भी एक अभिवावक है तो आपका भी ये सवाल हो सकता है कि आखिर बच्चो की scholarship कब तक आएगी,तो आज के इस पोस्ट में हम इसी के बारे में विस्तार से बात करेंगे कि आखिर ,बच्चों की छात्रवृत्ति कब आएगी 2023 2024 या बच्चों की स्कालरशिप कब तक आएगी 2023 2024
बच्चों की स्कालरशिप कब आएगी 2023-2024
इस बार कोरोना महामारी के चलते ज्यादातर माँ बाप ने अपने बच्चो का दाखिला सरकारी विद्यालयों में कराया,जबकि हर साल सरकारी स्कूलों में बच्चो का दाखिला बहुत कम होता था,लेकिन इस बार कोरोना महामारी ने सभी परिवार की आर्थिक व्यवस्था को कमजोर बना दिया,जिसकी वजह से जायदातर माँ बाप अपने बच्चो का दाखिला सरकारी स्कूलों में कराया है ,फिलहाल सरकार भी यही चाहती है कि सभी माँ बाप अपने बच्चो को प्राइमरी स्कूल में भेजे,क्योकि सरकार इन स्कूलों के काफी सुविधाए उपलब्ध कराता है .
जैसे कि प्राइमरी स्कूल के बच्चो को free में स्कूली बैग,ड्रेस (यूनीफार्म ),किताबे,भोजन(मिड डे मिल ) आदि सुविधाए उपलब्ध कराता है .इतनी सुविधाए उपलब्ध होने के वावजूद भी बहुत कम बच्चे प्राइमरी स्कूल में पढ़ते है ,ऐसे में बच्चो के उपस्थिति के अनुसार प्रोत्साहन हेतु उन्हें स्कालरशिप ( छात्रवृत्ति ) भी देता है,ताकि बच्चो की उपस्थिति लगातार बनी रहे .
किन किन बच्चो को मिलेगा छात्रवृत्ति ?
अब बात आती है कि किन किन बच्चो को सरकार की तरफ से जारी स्कालरशिप मिलती है .तो दोस्तों आपको बता दे ,सरकार बच्चो के माँ – बाप के खाते उन्ही बच्चो का छात्रवृत्ति भेजती है ,जिनका डाटा सरकार के पास उपलब्ध है ,यानि जिनका पंजीकरण प्राइमरी स्कूल में कराया है अर्थात जिनका एडमिशन कराया गया है .इतना ही नही आपको ये भी बता दे सरकार बच्चे की उपस्थिति के आधार पर ही अब स्कालरशिप भेजती है .तो अब आप जान गए होंगे कि किन किन बच्चो को स्कालरशिप -छात्रवृत्ति का लाभ मिलता है .
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सीएम ने की बच्चो की आर्थिक मदद -इस छात्र-छात्राएं खुद खरीदेंगे ड्रेस-जूते व किताबें
अगर आप उत्तर प्रदेश निवासी है तो आपको जानकार ख़ुशी होगी कि प्राइमरी और नर्सरी स्कूलों में पढने वाले बच्चो की छात्रवृत्ति (वजीफा) लगभग आ चुकी है .अगर आप Newspaper पढ़ते होंगे तो आपने देखा होगा कि उत्तर प्रदेश योगी सरकार ने बच्चो के बैंक खातो में 1100-1100 की धनराशि ट्रान्सफर की है .
यूपी के 1.80 करोड़ छात्र-छात्राओं के अभिभावको के बैंक खातों में 1100 रुपए की धनराशि जारी की गई। शनिवार को CM योगी आदित्यनाथ ने सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे नौनिहालों को डायरेक्ट बैनिफिट ट्रांसफर (DBT) से आर्थिक मदद दी। अभिभावकों को इस रकम से बच्चों के स्वेटर, जूते-मोजे, किताब और स्टेशनरी खरीदनी होगी। नई व्यवस्थाएं ड्रेस-किताबों की खरीद में क्वालिटी बनाए रखने के लिए की गई है।
बैंक खातों में ट्रांजैक्शन नहीं, तो रकम ट्रांसफर नहीं होगी
विभागीय मंत्री सतीश द्विवेदी ने बताया कि DBT से फंड ट्रांसफर सिर्फ उन्हीं अभिभावक के बैंक खातों में होगा। जिनमें पिछले 2 महीने में रुपए का कोई लेनदेन हुआ है। उसके अलावा किसी खाते में राशि नहीं भेजी जाएगी। इससे पहले जिलों में एजेंसियों के जरिए बच्चों की ड्रेस-किताबों को खरीदकर स्कूलों में बंटवाया जाता था। इसमें भ्रष्टाचार के मामले सामने आने के बाद व्यवस्था बदलाव की जा रही है।
1100 रुपए की आर्थिक मदद को इस तरह समझिए
- दो जोड़ी यूनिफॉर्म के लिए 600 रुपए
- एक जोड़ा जूता और मोजा के लिए 125 रुपए
- स्वेटर के लिए 200 रुपए
- स्कूल बैग के लिए 175 रुपए
CM ने कहा-अभी 60 लाख बच्चों को और देंगे फायदा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि DBT तकनीक भ्रष्टाचार को रोका जा सकेगा। अब शिक्षकों को यह तय करना होगा कि बच्चे इन पैसों से यूनिफार्म, जूते-मोजे और बैग-बुक्स के साथ स्कूल आएं। अभी तक साढ़े चार साल में हर स्कूली बच्चे को दो यूनिफार्म और बैग-बुक्स उपलब्ध कराया गया। बहुत सारे बच्चे भीषण ठंड में बिना स्वेटर के स्कूल आते थे। उन्हें दिलाए गए स्वेटर की क्वालिटी पर सवाल खड़े होते रहे। अब सीधे अभिभावकों को रुपए देकर व्यवस्था में बदलाव किया है। अभी लगभग 60 लाख बच्चों को इससे और जोड़ा जाएगा। उनके अभिभावकों के बैंक खातों की जांच करवाई जा रही है। जल्द ही उनके भी बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
PFMS पोर्टल से हो रहा अभिभावकों का डेटा चेक
भुगतान में होने वाली दिक्कतों को रोकने के लिए PFMS पोर्टल की मदद ली जा रही है। इसके लिए विभाग ने वित्त, लेखाधिकारी को डाटा अप्रूवल और बीएसए को डाटा ऑपरेटर की आईडी दी हैं। ताकि पोर्टल से अभिभावकों का डेटा चेक हो जाए
दोस्तों फ़िलहाल अभी तक बच्चो के खाते में या बच्चो के माँ बाप के खातो में यही धनराशि ट्रान्सफर की गयी है ,जो बच्चो के स्वेटर,जूते इत्यादि चीजो को खरीदने के लिए की गयी है .कुछ अभिवावकों के खाते में पैसे मिल गए ,अभी कुछ अभिवावकों के खाते में पैसे मिलने बाकी है ,जिसकी मुख्य वजह है बैंक खाते का निष्क्रिय होना ,अगर आप इसका लाभ उठाना चाहते है तो बैंक खातो को एक्टिव कराकर विद्यालय में इसकी सूचना दे .जिसके बाद सरकार की इस सुविधा का लाभ आपके बच्चे को मिल सकेगा .